Mahatma Gandhi Quotes | 2 Oct: Moral Thoughts,Life Ideas Of Great Men | UPSCSITE

महात्मा गांधी महापुरुषों के नैतिक विचार व उनके जीवन आदर्श (Mahatma Gandhi Quotes) का विश्लेषण एवं महात्मा गांधी द्वारा आरंभ किए गए प्रमुख आंदोलन व अनमोल विचार।

जन्म :- 2 अक्टूबर 1869 (पोरबन्दर (गुजरात))

मृत्यु :- 30 जनवरी 1948(समाधि स्थल -राजघाट (Delhi))

माता जी का नाम :- पुतलीबाई

पिता जी का नाम :- करमचंद गांधी(पोरबंदर और राजकोट के दीवान)

विवाह :- सन् 1883 में मात्र 13 वर्ष की आयु में कस्तूरबा जी से

मातृ संस्था :- अल्फ्रेड हाई स्कूल , राजकोट (1880 – नवंबर 1887)

सामलदास आर्ट्स कॉलेज , भावनगर (जनवरी 1888 – जुलाई 1888)

आंतरिक मंदिर , लंदन (सितंबर 1888-1891)

(1888 और 1891 के बीच यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में अनौपचारिक ऑडिटिंग छात्र )

व्यवसाय :- वकील (उपनिवेशवाद विरोधी, राजनीतिक नैतिकतावादी)

पुरस्कार :- टाइम पर्सन ऑफ द ईयर (1930) [2]

महात्मा गांधी के प्रमुख आंदोलन (Mahatma Gandhi Movements List In Hindi)

  1. चम्पारण सत्याग्रह – 1917
  2. खेड़ा सत्याग्रह – 1918
  3. अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन – 1918
  4. खिलाफत आन्दोलन – 1919
  5. असहयोग आंदोलन – 1920
  6. सविनय अवज्ञा आंदोलन – 1930
  7. भारत छोड़ो आंदोलन – 1942

1.चम्पारण सत्याग्रह – 1917

भारत के बिहार राज्य में ब्रिटिश जमीदार किसानों को खाद्य फसलों को उगानें नहीं देते थे। जमीनदार किसानों को नील की खेती करने के लिए मजबूर करते थे और उनकी खरीद बहुत ही सस्ते दामों पर करते थे, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर होती जा रही थी। गांधी जी ने जमीदारों के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन और हड़तालों का नेतृत्व किया। जिसके बाद गरीब और किसानों की मांगों को माना गया।

2.खेड़ा सत्याग्रह – 1918

वर्ष 1918 में गुजरात के खेड़ा में बाढ़ और सूखे के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति बहुत ही ख़राब हो गई थी, जिस कारण वह कर माफ़ी की मांग कर रहे थे, परन्तु अंग्रेजों के द्वारा कर के लिए किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा और उन्हें बंदी बना लिया जाता था। गांधी जी के मार्गदर्शन में सरदार पटेल ने अंग्रेजों के साथ इस समस्या पर विचार विमर्श के लिए किसानों का नेतृत्व किया, जिसके बाद अंग्रेजों ने कर माफ़ करके सभी बंदियों को रिहा कर दिया था।

3.अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन – 1918

गांधी जी ने वर्ष 1918 अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन शुरू किया। इस आंदोलन का मुख्य कारण मिल मालिकों द्वारा बोनस को समाप्त करने के खिलाफ था। बाद में मिल मालिकों ने 20 प्रतिशत बोनस देने की सहमति दी परन्तु उस समय महंगाई को देखते हुए 35 प्रतिशत बोनस की मांग की गई, जिसे ट्रिब्यूनल कोर्ट द्वारा स्वीकार किया गया। इससे गांधी जी लोकप्रियता बहुत बढ़ गई थी।

4. खिलाफत आन्दोलन – 1919

खिलाफत आन्दोलन एक विश्वव्यापी आन्दोलन था। इसका मुख्य कारण तुर्की के लिए अंग्रेजों द्वारा काम करने के खिलाफ था। इससे सारे विश्व के मुसलमानों में अंग्रेजों के प्रति रोष था। भारत में खिलाफत का नेतृत्व ‘आल इंडिया मुस्लिम कांफ्रेंस’ द्वारा किया गया था। गांधी जी इस आंदोलन के मुख्य प्रवक्ता थे। गांधी जी ने अंग्रेजों द्वारा दिए सम्मान और मैडल को वापस कर दिया, जिससे गांधी जी भारत के सभी समुदायों के लोगों के प्रमुख नेता बन गए।

5.असहयोग आंदोलन – 1920

गांधी जी मानते थे कि अंग्रेज भारतीयों के सहयोग से अपनी सत्ता भारत में स्थापित कर पाए है, यदि हर भारतीय के द्वारा अंग्रेजों का असहयोग किया जाये, तो वह देश छोड़ कर चले जायेंगे। गांधी जी ने 1920 से लेकर 1922 तक असहयोग आंदोलन चलाया। जिससे वह भारत के एक लोकप्रिय नेता बन गए।

6.सविनय अवज्ञा आंदोलन – 1930

गांधी जी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत की। इसका अर्थ था कि बगैर हिंसा किये सरकारी कानूनों को तोड़ना, जिसकी शुरुआत गांधी जी ने नमक कानून का उलंघन करके किया। इस आंदोलन के द्वारा भारतीय जनता का ध्यान देश की आजादी की तरफ मोड़ना था।

7.भारत छोड़ो आंदोलन – 1942

भारत को आजादी दिलाने में गांधी जी के भारत छोड़ो आंदोलन ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस आंदोलन में गांधी जी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया, जिससे भारत की जनता अंग्रेजों के प्रति बहुत ही आक्रोशित हो गई, जिससे ब्रिटिश गवर्मेंट ने भारत को आजाद करने का फैसला किया।

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

-व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है।

-मेरा जीवन मेरा सन्देश है।

-एक कायर प्यार का प्रदर्शन करने में असमर्थ होता है, प्रेम बहादुरों का विशेषाधिकार है।  

-मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।

-कर्म प्राथमिकताओं को व्यक्त करता है।

-किसी चीज में यकीन करना और उसे ना जीना बेईमानी है।

-राष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाना देश की उन्नति के लिए आवश्यक है। 

-पृथ्वी सभी मनुष्यों की ज़रुरत पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है, लेकिन लालच पूरी करने के लिए नहीं। 

-प्रेम दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति है और फिर भी हम जिसकी कल्पना कर सकते हैं उसमे सबसे नम्र है। 

-मृत, अनाथ, और बेघर को इससे क्या फर्क पड़ता है कि यह तबाही सर्वाधिकार या फिर स्वतंत्रता या लोकतंत्र के पवित्र नाम पर लायी जाती है? 

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

-सत्य कभी ऐसे कारण को क्षति नहीं पहुंचाता जो उचित हो। 

-आप तब तक यह नहीं समझ पाते की आपके लिए कौन महत्त्वपूर्ण है जब तक आप उन्हें वास्तव में खो नहीं देते। 

-स्वयं को जानने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है स्वयं को औरों की सेवा में डुबो देना। 

-ऐसे जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो। ऐसे सीखो की तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो। 

-एक राष्ट्र की संस्कृति उसमे रहने वाले लोगों के दिलों में और आत्मा में रहती है।  

-जब मैं निराश होता हूँ, मैं याद कर लेता हूँ कि समस्त इतिहास के दौरान सत्य और प्रेम के मार्ग की ही हमेशा विजय होती है। कितने ही तानाशाह और हत्यारे हुए हैं, और कुछ समय के लिए वो अजेय लग सकते  हैं, लेकिन अंत में उनका पतन होता है। इसके बारे में सोचो- हमेशा। 

-जहाँ प्रेम है वहां जीवन है।

-अपने प्रयोजन  में दृढ  विश्वास रखने वाला एक सूक्ष्म शरीर इतिहास के रुख को बदल सकता है। 

-सत्य बिना जन समर्थन के भी खड़ा रहता है, वह आत्मनिर्भर है। 

-एक देश की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से आँका जा सकता है कि वहां जानवरों से कैसे व्यवहार किया जाता है। 

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

-विश्वास करना एक गुण है, अविश्वास दुर्बलता कि जननी है। 

-मैं सभी की समानता में विश्वास रखता हूँ, सिवाय पत्रकारों और फोटोग्राफरों के। 

-हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें. हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जायेगा। 

-मैं मरने के लिए तैयार हूँ, पर ऐसी कोई वज़ह नहीं है जिसके लिए मैं मारने को तैयार हूँ।

-आप मानवता में विश्वास मत खोइए। मानवता सागर की तरह है; अगर सागर की कुछ बूँदें गन्दी हैं, तो सागर गन्दा नहीं हो जाता। 

-एक धर्म जो व्यावहारिक मामलों के कोई दिलचस्पी नहीं लेता है और उन्हें हल करने में कोई मदद नहीं करता है वह कोई धर्म नहीं है। 

-अपने प्रयोजन में द्रढ विश्वास रखने वाला एक सूक्ष्म शरीर इतिहास के रुख को बदल सकता है। 

-आँख के बदले में आँख पूरे विश्व को अँधा बना देगी। 

-शांति का कोई रास्ता नहीं है, केवल शांति है। 

-चलिए सुबह का पहला काम ये करें कि इस दिन के लिए संकल्प करें कि- मैं दुनिया में किसी से डरूंगा। नहीं.-मैं केवल भगवान से डरूं। मैं किसी के प्रति बुरा भाव ना रखूं। मैं किसी के अन्याय के समक्ष झुकूं नहीं। मैं असत्य को सत्य से जीतुं। और असत्य का विरोध करते हुए, मैं सभी कष्टों को सह सकूँ। 

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

-चिंता से अधिक कुछ और शरीर को इतना बर्बाद नहीं करता, और वह जिसे ईश्वर में थोडा भी यकीन है उसे किसी भी चीज के बारे में चिंता करने पर शर्मिंदा होना चाहिए।

-थोडा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है।  

-गर्व लक्ष्य को पाने के लिए किये  गए प्रयत्न में निहित है, ना कि उसे पाने में। 

-खुद वो बदलाव बनिए जो दुनिया में आप देखना चाहते हैं।   

-जो भी चाहे अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुन सकता है। वह सबके भीतर है। 

-विश्वास को हमेशा तर्क से तौलना चाहिए. जब विश्वास अँधा हो जाता है तो मर जाता है।   

-यद्यपि आप अल्पमत में हों, पर सच तो सच है।

गांधी जी के अनमोल विचार पार्ट्-2 (Mahatma Gandhi Quotes)

-एक कृत्य द्वारा किसी एक दिल को ख़ुशी देना, प्रार्थना में झुके हज़ार सिरों से बेहतर है

-पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो।

-हंसी मन की गांठें बड़ी आसानी से खोल देती है

-कुरीति के अधीन होना कायरता है, उसका विरोध करना पुरुषार्थ है।

-आदमी अक्सर वो बन जाता है जो वो होने में यकीन करता है। अगर मैं खुद से यह कहता रहूँ कि मैं फ़लां चीज नहीं कर सकता, तो यह संभव है कि मैं शायद सचमुच वो करने में असमर्थ हो जाऊं। इसके विपरीत, अगर मैं यह यकीन करूँ कि मैं ये कर सकता हूँ, तो मैं निश्चित रूप से उसे करने की क्षमता पा लूँगा, भले ही शुरू में मेरे पास वो क्षमता ना रही हो।

-आप आज जो करते हैं उस पर भविष्य निर्भर करता है।

-तुम जो भी करोगे वो नगण्य होगा, लेकिन यह ज़रूरी है कि तुम वो करो।

-अक्लमंद काम करने से पहले सोचता है और मूर्ख काम करने के बाद।

-दुनिया में ऐसे लोग हैं जो इतने भूखे हैं कि भगवान उन्हें किसी और रूप में नहीं दिख सकता सिवाय रोटी के रूप में।

-पहले वो आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर वो आप पर हँसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे, और तब आप जीत जायेंगे।

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

-सात घनघोर पाप: काम के बिना धन;अंतरात्मा के बिना सुख;मानवता के बिना विज्ञान;चरित्र के बिना ज्ञान;सिद्धांत के बिना राजनीति;नैतिकता के बिना व्यापार ;त्याग के बिना पूजा।

-निरंतर विकास जीवन का नियम है, और जो व्यक्ति खुद को सही दिखाने  के लिए हमेशा अपनी रूढ़िवादिता को बरकरार रखने की कोशिश करता है वो खुद को गलत स्थिति में पंहुचा देता है।

-भगवान का कोई धर्म नहीं है।

-प्रार्थना माँगना नहीं है। यह आत्मा की लालसा है।  यह हर रोज अपनी कमजोरियों की स्वीकारोक्ति है। प्रार्थना में बिना वचनों के मन लगाना, वचन होते हुए मन ना लगाने से बेहतर है।

-मैं किसी को भी गंदे पाँव के साथ अपने मन से नहीं गुजरने दूंगा।

-मेरी अनुमति के बिना कोई भी मुझे ठेस नहीं पहुंचा सकता।

-हर रात, जब मैं सोने जाता हूँ, मैं मर जाता हूँ। और अगली सुबह, जब मैं उठता हूँ, मेरा पुनर्जन्म होता है।

-जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है। 

-अपनी गलती को स्वीकारना झाड़ू लगाने के सामान है जो धरातल की सतह को चमकदार और साफ़ कर देती है।

-हो सकता है आप कभी ना जान सकें कि आपके काम का क्या परिणाम हुआ, लेकिन यदि आप कुछ करेंगे नहीं तो कोई परिणाम नहीं होगा।

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

-आप मुझे जंजीरों में जकड़ सकते हैं, यातना दे सकते हैं, यहाँ तक की आप इस शरीर को नष्ट कर सकते हैं, लेकिन आप कभी मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते।

-मैं हिंसा का विरोध करता हूँ क्योंकि जब ऐसा लगता है कि वो अच्छा कर रही है तब वो अच्छाई अस्थायी होती है; और वो जो बुराई करती है वो स्थायी होती है।

-ख़ुशी तब मिलेगी जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं, सामंजस्य में हों।  

-पूंजी अपने-आप में बुरी नहीं है, उसके गलत उपयोग में ही बुराई है। किसी ना किसी रूप में पूंजी की आवश्यकता हमेशा रहेगी।

-मौन सबसे शाशाक्त भाषण है. धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनेगी।  ~ महात्मा गाँधी

-आँख के बदले में आँख पूरे विश्व को अँधा बना देगी।

-पूर्ण धारणा के साथ बोला गया ” नहीं” सिर्फ दूसरों को खुश करने या समस्या से छुटकारा पाने के लिए बोले गए “हाँ” से बेहतर है।

-क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं।

-विश्व के सभी धर्म, भले ही और चीजों में अंतर रखते हों, लेकिन सभी इस बात पर एकमत हैं कि दुनिया में कुछ नहीं बस सत्य जीवित रहता है। 

-कोई त्रुटी तर्क-वितर्क करने से सत्य नहीं बन सकती और ना ही कोई सत्य इसलिए त्रुटी नहीं बन सकता है क्योंकि कोई उसे देख नहीं रहा।

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

-कोई त्रुटी तर्क-वितर्क करने से सत्य नहीं बन सकती और ना ही कोई सत्य इसलिए त्रुटी नहीं बन सकता है क्योंकि कोई उसे देख नहीं रहा।  

-जो समय बचाते हैं, वे धन बचाते हैं और बचाया हुआ धन, कमाएं हुए धन के बराबर है।

-क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं।  

-केवल प्रसन्नता ही एकमात्र इत्र है, जिसे आप दुसरो पर छिड़के तो उसकी कुछ बुँदे अवश्य ही आप पर भी पड़ती है।

-पूंजी अपने-आप में बुरी नहीं है, उसके गलत उपयोग में ही बुराई है. किसी ना किसी रूप में पूंजी की आवश्यकता हमेशा रहेगी।

गांधी जी के अनमोल विचार पार्ट्-3 (Mahatma Gandhi Quotes)

-विश्व के सभी धर्म, भले ही और चीजों में अंतर रखते हों, लेकिन सभी इस बात पर एकमत हैं कि दुनिया में कुछ नहीं बस सत्य जीवित रहता है।

-अपनी गलती को स्वीकारना झाड़ू लगाने के सामान है जो सतह को चमकदार और साफ़ कर देती है।  

-विश्वास को हमेशा तर्क से तौलना चाहिए. जब विश्वास अँधा हो जाता है तो मर जाता है।

-निरंतर विकास जीवन का नियम है , और जो व्यक्ति खुद को सही दिखाने  के लिए हमेशा अपनी रूढ़िवादिता को बरकरार रखने की कोशिश करता है वो खुद को गलत इस्थिति में पंहुचा देता है।  

-सत्य एक विशाल वृक्ष है, उसकी ज्यों-ज्यों सेवा की जाती है, त्यों-त्यों उसमे अनेक फल आते हुए नजर आते है, उनका अंत ही नहीं होता।

-यद्यपि आप अल्पमत में हों , पर सच तो सच है।

-पहले वो आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर वो आप पर हँसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे, और तब आप जीत जायेंगे

-जो भी चाहे अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुन सकता है. वह सबके भीतर है।

-गर्व लक्ष्य को पाने के लिए किये  गए प्रयत्न में निहित है, ना कि उसे पाने में। 

-ख़ुशी तब मिलेगी जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं, सामंजस्य में हों।

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

-मैं मरने के लिए तैयार हूँ, पर ऐसी कोई वज़ह नहीं है जिसके लिए मैं मारने को तैयार हूँ।

-मौन सबसे सशक्त भाषण है, धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनेगी।

-व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से नहीं अपितु उसके चरित्र से आंकी जाती है।

-मैं सभी की समानता में विश्वास रखता हूँ, सिवाय पत्रकारों और  फोटोग्राफरों की।

-मैं तुम्हे शांति का प्रस्ताव देता हूँ. मैं तुम्हे प्रेम का प्रस्ताव देता हूँ. मैं तुम्हारी सुन्दरता देखता हूँ.मैं तुम्हारी आवश्यकता सुनता हूँ.मैं तुम्हारी भावना महसूस करता हूँ।

-हम जो दुनिया के जंगलों के साथ कर रहे हैं वो कुछ और नहीं बस  उस चीज का प्रतिबिम्ब है जो हम अपने साथ और एक दूसरे के साथ कर रहे हैं।

-सत्य एक है, मार्ग कई।~ महात्मा गाँधी

-कुछ करने में, या तो उसे प्रेम से करें या उसे कभी करें ही नहीं।

-हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें। हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जायेगा।

-जिस दिन प्रेम की शक्ति, शक्ति के प्रति प्रेम पर हावी हो जायेगी, दुनिया में अमन आ जायेगा।

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

-क्रोध को जीतने में मौन सबसे अधिक सहायक है।

-गरीबी दैवी अभिशाप नहीं बल्कि मानवरचित षडयन्त्र है।

-थोडा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है।

-जो लोग अपनी प्रशंसा के भूखे होते हैं, वे साबित करते हैं कि उनमें योग्यता नहीं है।

-पुस्तकों का मूल्य रत्नों से भी अधिक है, क्योंकि पुस्तकें अन्तःकरण को उज्ज्वल करती हैं।

-चरित्र की शुद्धि ही सारे ज्ञान का ध्येय होनी चाहिए।

-कायरता से कहीं ज्यादा अच्छा है, लड़ते-लड़ते मर जाना।

-अहिंसा ही धर्म है, वही जिंदगी का एक रास्ता है

-आपकी मान्यताएं आपके विचार बन जाते हैं,आपके विचार आपके शब्द बन जाते हैं,आपके  शब्द  आपके  कार्य बन जाते हैं,आपके कार्य आपकी आदत बन जाते हैं,आपकी आदतें आपके मूल्य बन जाते हैं, आपके मूल्य आपकी नियति बन जाती है।

-कोई भी संस्कृति जीवित नहीं रह सकती यदि वह अपने को हम दबाव से अनुशासन नहीं सीख सकते।

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

-प्रेम की शक्ति दण्ड की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली और स्थायी होती है।

-सुख बाहर से मिलने की चीज नहीं, मगर अहंकार छोड़े बगैर इसकी प्राप्ति भी होने वाली नहीं।

अन्य से पृथक रखने का प्रयास करे।

-किसी राष्ट्र की संस्कृति उसके लोगों के दिलों और आत्माओं में बसती है।

-किसी भी देश की संस्कृति उसके लोगों के ह्रदय और आत्मा में बसती है।

-जिज्ञासा के बिना ज्ञान नहीं होता | दुःख के बिना सुख नहीं होता।~ महात्मा गाँधी

यदि मनुष्य सीखना चाहे, तो उसकी हर भूल उसे कुछ शिक्षा दे सकती है।

-अपने ज्ञान के प्रति ज़रुरत से अधिक यकीन करना मूर्खता है। यह याद दिलाना ठीक होगा कि सबसे मजबूत कमजोर हो सकता है और सबसे बुद्धिमान गलती कर सकता है।

-जब भी आपका सामना किसी विरोधी से हो, उसे प्रेम से जीतें।

गांधी जी के अनमोल विचार पार्ट्-4(Mahatma Gandhi Quotes)

-कुछ लोग सफलता के सपने देखते हैं जबकि अन्य व्यक्ति जागते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं।

-वास्तविक सोन्दर्य ह्रदय की पवित्रता में है।

-व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है।

-अपने से हो सके, वह काम दूसरे से न कराना।

-काम की अधिकता नहीं, अनियमितता आदमी को मार डालती है।

-समाज में से धर्म को निकाल फेंकने का प्रयत्न बांझ के पुत्र करने जितना ही निष्फल है और अगर कहीं सफल हो जाय तो समाज का उसमे नाश होता है।

-शारीरिक उपवास के साथ-साथ मन का उपवास न हो तो वह दम्भपूर्ण और हानिकारक हो सकता है।~ महात्मा गाँधी

आप नम्र तरीके से दुनिया को हिला सकते है।

-मै हिंदी के जरिये प्रांतीय भाषाओं को दबाना नहीं चाहता, किन्तु उनके साथ हिंदी को भी मिला देना चाहता हूं।

-अहिंसात्मक युद्ध में अगर थोड़े भी मर मिटने वाले लड़ाके मिलेंगे तो वे करोड़ो की लाज रखेंगे और उनमे प्राण फूकेंगे। अगर यह मेरा स्वप्न है, तो भी यह मेरे लिए मधुर है।

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

-विश्व इतिहास में आजादी के लिए लोकतान्त्रिक संघर्ष हमसे ज्यादा वास्तविक किसी का नहीं रहा है। मैने जिस लोकतंत्र की कल्पना की है, उसकी स्थापना अहिंसा से होगी। उसमे सभी को समान स्वतंत्रता मिलेगी। हर व्यक्ति खुद का मालिक होगा।

-अपनी बुद्धिमता को लेकर बेहद निश्चित होना बुद्धिमानी नहीं है। यह याद रखना चाहिए की ताकतवर भी कमजोर हो सकता है और बुद्धिमान से भी बुद्धिमान गलती कर सकता है।

-भविष्य में क्या होगा, मै यह नहीं सोचना चाहता। मुझे वर्तमान की चिंता है। ईश्वर ने मुझे आने वाले क्षणों पर कोई नियंत्रण नहीं दिया है।

-लम्बे-लम्बे भाषणों से कही अधिक मूल्यवान है इंच भर कदम बढ़ाना।

-भूल करने में पाप तो है ही, परन्तु उसे छुपाने में उससे भी बड़ा पाप है।

-प्रार्थना या भजन जीभ से नहीं ह्रदय से होता है। इसी से गूंगे, तोतले और मूढ भी प्रार्थना कर सकते है।

-गुलाब को उपदेश देने की आवश्यकता नहीं होती है। वह तो केवल अपनी ख़ुशी बिखेरता है। उसकी खुशबु ही उसका संदेश है।

-जीवन की  गति बढाने के अलावा भी इसमें बहुत कुछ है।~ महात्मा गाँधी

-जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है।

-पूर्ण धारणा के साथ बोला गया “नहीं” सिर्फ दूसरों को खुश करने या समस्या से छुटकारा पाने के लिए बोले गए “हाँ” से बेहतर है।

-श्रद्धा का अर्थ है आत्मविश्वास और आत्मविश्वास का अर्थ है ईश्वर में विश्वास।

-हम जिसकी पूजा करते है उसी के समान हो जाते है

-खुद वो बदलाव बनिए जो दुनिया में आप देखना चाहते हैं।

गांधी जी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes)

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