Jainism MCQ [20+ Ques] : जैन धर्म प्रश्नोत्तरी | UPSCSITE

Jainism MCQ, Jainism Questions, Jainism Quiz, Jainism Quiz in hindi, Jainism mcq hindi me, ancient history previous year questions, history old paper, Jainism mcq for upsc, GK Jainism MCQ, जैन धर्म प्रश्नोत्तरी upsc, जैन धर्म प्रश्नोत्तरी pdf, जैन धर्म बहुविकल्पीय प्रश्न, जैन धर्म बहुविकल्पीय प्रश्न pdf,

नमस्कार दोस्तों, UPSC SITE आपके लिए लेकर आया है “प्राचीन भारत का इतिहास” Jainism MCQ [20+ Ques] : जैन धर्म प्रश्नोत्तरी – Objective Question Answer, जिनकी प्रैक्टिस आप ऑनलाइन कर सकते है। हमारे संग्रह टेस्ट्स को प्रैक्टिस करने के बाद आपको अपनी तैयारी में अंतर समझ आने लग जायेगा। क्यूंकि हमने यहां पर केवल उन्ही प्रश्नो को सम्मिलित किया है जो किसी न किसी परीक्षा में पहले पूछे जा चुके है। लगभग भारत की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न बार – बार दोहराये जाते रहें है।

Jainism MCQ [20+ Ques] : जैन धर्म प्रश्नोत्तरी

यहां टॉपिक वाइज प्रश्नोत्तरी दिए गए हैं जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले सभी एस्पिरेंट्स के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण एवं लाभदायक साबित होने वाली है। यह “प्राचीन भारत का इतिहास” Jainism MCQ [20+ Ques] : जैन धर्म प्रश्नोत्तरी की टेस्ट सीरीज सभी एस्पिरेंट्स के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं के पैटर्न के अनुसार स्मार्ट स्टडी करने में बहुत ही उपयोगी सिद्ध होने वाली है।

1.जैन धर्म के संस्थापक हैं-

  1. आर्य सुधर्मा
  2. महावीर स्वामी
  3. पार्श्वनाथ
  4. ऋषभदेव

उत्तर – 4

जैन धर्म के मूल संस्थापक या प्रवर्तक प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव या आदिनाथ माने जाते हैं। महावीर स्वामी जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर थे, जिन्होंने छठीं शताब्दी ई. पू. में जैन धर्म का प्रसार किया।

2.जैन धर्म के प्रथम तीर्थकर कौन थे ?

  1. पार्श्वनाथ
  2. ऋषभदेव
  3. महावीर
  4. चेतक
  5. त्रिशाल

उत्तर- 2

3. जैन तीर्थंकर’ पार्श्वनाथ निम्नलिखित स्थानों में से मुख्यतः किससे संबंधित थे?

  1. वाराणसी
  2. कौशाम्बी
  3. गिरिव्रज
  4. चम्पा

उत्तर- 1

पार्श्वनाथ तेईसवें जैन तीर्थंकर है। इनका जन्म वाराणसी के राजा | अश्वसेन के यहां हुआ था। इनकी माता का नाम वामा देवी था। इनका चिह्न सर्प है।

4. महावीर जैन की मृत्यु निम्नलिखित में से किस नगर में हुई ?

  1. राजगीर
  2. सांची
  3. पावापुरी
  4. समस्तीपुर

उत्तर- 3

527 ई.पू. के लगभग 72 वर्ष की आयु में राजगृह (राजगीर) के समीप स्थित पावापुरी नामक स्थान पर महावीर स्वामी ने शरीर त्याग दिया।

5. निम्नलिखित में से कौन एक जैन तीर्थंकर नहीं था ?

  1. चंद्रप्रभु
  2. नाथमुनि
  3. नेमि
  4. संभव

उत्तर- 2

नाथमुनि जैन तीर्थंकर नहीं थे। विकल्प में दिए शेष सभी जैन तीर्थंकर थे।

Jainism MCQ [20+ Ques] : जैन धर्म प्रश्नोत्तरी

6.जैन धर्म में पूर्ण ज्ञान’ के लिए क्या शब्द है?

  1. जिन
  2. रत्न
  3. कैवल्य
  4. निर्वाण

उत्तर- 3

जैन धर्म में पूर्ण ज्ञान’ के लिए कैवल्य शब्द का प्रयोग किया गया है। महावीर स्वामी को 12 वर्षों की कठोर तपस्या तथा साधना के पश्चात जृम्भिकाग्राम के समीप ऋजुपालिका नदी के तट पर एक साल वृक्ष के नीचे कैवल्य (पूर्ण ज्ञान) प्राप्त हुआ था, फलतः वे ‘केवलिन’ कहलाए।

8. त्रिरत्न सिद्धांत सम्यक् धारण, सम्यक् चरित्र एवं सम्यक् ज्ञान जिस धर्म की महिमा है, वह है-

  1. बौद्ध धर्म
  2. ईसाई धर्म
  3. जैन धर्म
  4. उक्त में से कोई नहीं

उत्तर- 3

जैन धर्म में मोक्ष के लिए तीन साधन आवश्यक बताए गए हैं-सम्यक् धारण (दर्शन), सम्यक् चरित्र एवं सम्यक् ज्ञान। इन तीनों को जैन धर्म में ‘त्रिरत्न’ की संज्ञा दी गई है।

8. अणुव्रत सिद्धांत का प्रतिपादन किया था-

  1. महायान बौद्ध संप्रदाय ने 
  2. हीनयान बौद्ध संप्रदाय ने 
  3. जैन धर्म ने
  4. लोकायत शाखा ने

उत्तर- 3

जैन धर्म में पंच महाव्रत-अहिंसा, सत्य, ब्रह्मचर्य, अस्तेय एवं अपरिग्रह की व्यवस्था की गई है। जैन धर्म में गृहस्थों के लिए पंच महाव्रत अणुव्रत के रूप में व्यवहृत हुआ है, क्योंकि संसार में रहते हुए इन महाव्रतों का पूर्णतः पालन करना संभव नहीं, इसलिए आंशिक रूप से इनके पालन के लिए कहा गया- (1) अहिंसाणुव्रत, (2) सत्याणुव्रत, (3) अस्तेयाणुव्रत, (4) ब्रह्मचर्याणुव्रत और (5) अपरिग्रहाणुव्रत ।

9. जैन दर्शन के अनुसार, सृष्टि की रचना एवं पालन-पोषण- 

  1. सार्वभौमिक विधान से हुआ है। 
  2. सार्वभौमिक सत्य से हुआ है।
  3. सार्वभौमिक आस्था से हुआ है।
  4. सार्वभौमिक आत्मा से हुआ है।

उत्तर- 1

जैन दर्शन के अनुसार, समस्त विश्व जीव तथा अजीव नामक दो नित्य एवं स्वतंत्र तत्वों से मिलकर बना है। जीव चेतन तत्व है, जबकि अजीव अचेतन जड़ तत्व है। यहां जीव से तात्पर्य उपनिषदों की सार्वभौमिक आत्मा से न होकर व्यक्तिगत आत्मा से है। जैन मतानुसार, आत्माएं अनेक होती हैं तथा सृष्टि के कण-कण में जीवों का वास है। अतः विकल्प (a) सही. है, जिसमें उल्लिखित है कि जैन दर्शन के अनुसार सृष्टि की रचना एवं पालन-पोषण सार्वभौमिक विधान से हुआ है। इसका कोई संचालक या नियंत्रणकर्ता नहीं है।

10. निम्नलिखित में से कौन-सा धर्म ‘विश्व विनाशकारी प्रलय’ की अवधारणा में विश्वास नहीं करता ?

  1. बौद्ध धर्म
  2. जैन धर्म
  3. हिंदू धर्म
  4. इस्लाम

उत्तर- 2

जैन धर्म में ईश्वर की कल्पना नहीं की गई है। जगत की सृष्टि नहीं की गई है, उनके अनुसार संसार नित्य और शाश्वत है। इसमें किसी समय प्रलय नहीं होता है।

Jainism MCQ [20+ Ques] : जैन धर्म प्रश्नोत्तरी

11.यापनीय किसका एक संप्रदाय था ?

  1. बौद्ध धर्म का
  2. जैन धर्म का
  3. शैव धर्म का
  4. वैष्णव धर्म का

उत्तर- 2

‘यापनीय’ जैन धर्म का एक संप्रदाय था जिसकी उत्पत्ति यद्यपि दिगंबर संप्रदाय से हुई थी तथापि ये कतिपय श्वेतांबर मान्यताओं का भी पालन करते थे।

12. भारत की धार्मिक प्रथाओं के संदर्भ में ‘स्थानकवासी संप्रदाय का संबंध किससे है ?

  1. बौद्ध मत
  2. जैन मत
  3. वैष्णव मत
  4. शैव मत

उत्तर- 2

“स्थानकवासी श्वेतांबर जैनों का एक संप्रदाय है। इसकी स्थापना 1476 ई. में हुई थी। यह संप्रदाय अपने पूर्ववर्ती सुधारवादी संप्रदाय ‘लोका’ (Lonka), जिसकी स्थापना लोकाशा (Lonkasha) ने की थी, से उत्पन्न हुआ। इस संप्रदाय के लोग मूर्तियों की पूजा नहीं करते।

13. प्रारंभिक जैन साहित्य निम्नलिखित में से किस भाषा में लिखे गए ?

  1. अर्ध-मागधी
  2. पाली
  3. प्राकृत
  4. संस्कृत

उत्तर- 1

प्रायः सभी प्रारंभिक धार्मिक जैन साहित्य प्राकृत की विशिष्ट शाखा अर्ध मागधी में लिखे गए हैं। इसके बारह अंग अर्धमागधी में ही हैं। बाद में जैन धर्म ने प्राकृत भाषा को अपनाया। ये ग्रंथ ईसा की छठीं शताब्दी में गुजरात में वल्लभी नामक स्थान पर अंतिम रूप से संकलित किए गए। आज जैन साहित्य लगभग सभी भाषाओं में अनूदित है।

14. निम्नलिखित में से कौन-सा आरंभिक जैन साहित्य का भाग नहीं है ?

  1. थेरीगाथा
  2. आचारांगसूत्र
  3. सूत्रकृतांग
  4. बृहत्कल्पसूत्र

उत्तर- 1

थेरीगाथा बौद्ध साहित्य है। आचारांगसूत्र, सूत्रकृतांग और बृहत्कल्पसूत्र आरंभिक जैन साहित्य के भाग हैं।

15. जैन संप्रदाय में प्रथम विभाजन के समय श्वेतांबर संप्रदाय के संस्थापक थे-

  1. स्थूलभद्र
  2. भद्रबाहु
  3. कालकाचार्य
  4. देवर्धि-क्षमा श्रमण

उत्तर- 1

मौर्य काल में मगध में अत्यंत भीषण दुर्भिक्ष पड़ा, फलतः वहां रहने वाले जैन संघ के भद्रबाहु श्रुतकेवली अपने अनुयायियों को लेकर दक्षिण चले गए। जैन संघ का यह भाग दक्षिण मैसूर के पुण्णाट प्रदेश में बस गया। अकाल समाप्त होने के बाद भद्रबाहु अपने अनुयायियों के साथ पुनः यहां लौट आए। किंतु जैन संघ के नियमों को लेकर भद्रबाहु और स्थूलभद्र के बीच मत-वैभिन्य हो गया। स्थूलभद्र अकाल के समय मगध में ही रहे और उनके अनुयायी भी वहीं थे, उन्होंने अपने अनुयायियों को सफेद वस्त्र धारण करने के लिए निर्देश दिया। किंतु भद्रबाहु ने निर्वस्त्र रहने के लिए अपने अनुयायियों को शिक्षा दी। इस प्रकार जैन संघ में दो संप्रदाय विकसित हुए- (i) श्वेतांबर और (ii) दिगंबर।

Jainism MCQ [20+ Ques] : जैन धर्म प्रश्नोत्तरी

16. किस जैन सभा में अंतिम रूप से श्वेतांबर आगम का संपादन दआ ?

  1. वैशाली में
  2. वल्लभी में
  3. पावा में
  4. पाटलिपुत्र में

उत्तर- 4

चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में पाटलिपुत्र में प्रथम जैन सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें श्वेतांबर आगम का संपादन किया गया। चूंकि प्राचीन जैन शास्त्र नष्ट हो गए थे, अतः उन्हें पुनः एकत्र करने के लिए चतुर्थ शताब्दी ईसा पूर्व में इस प्रथम जैन महासभा का आयोजन किया गया था, जिसमें भद्रबाहु के अनुयायियों ने भाग नहीं लिया था।

17.”समाधि मरण” किस दर्शन से संबंधित है ?

  1. बौद्ध दर्शन
  2. जैन दर्शन
  3. योग दर्शन
  4. लोकायत दर्शन
  5. इनमें से कोई नहीं

उत्तर- 2

सल्लेखना (समाधि मरण या संथारा) जीवन के अंतिम समय में मृत्यु निकट जानकर स्वेच्छा से अपनाई जाने वाली एक जैन प्रथा है। व्यक्ति को यह लगने लगता है कि वह मृत्यु के करीब है, तो वह खुद खाना- पीना त्याग देता है, इसे दिगंबर जैन शास्त्र के अनुसार समाधि मरण या सल्लेखना कहा जाता है। श्वेतांबर साधा पद्धति में इसे संथारा कहा जाता है।

18.’आजीवक’ संप्रदाय के संस्थापक थे-

  1. आनंद
  2. राहुलभद्र
  3. मक्खलिगोसाल
  4. उपालि

उत्तर- 3

मक्खलिगोसाल प्रारंभ में महावीर के शिष्य थे, किंतु बाद में मतभेद के चलते इन्होंने महावीर की शिष्यता त्यागकर, आजीवक नामक स्वतंत्र संप्रदाय की स्थापना की। इनका मत ‘नियतिवाद’ कहा जाता है, जिसके अनुसार संसार की प्रत्येक वस्तु भाग्य द्वारा पूर्व नियंत्रित एवं संचालित होती है।

19. बराबर की गुफाओं का उपयोग किसने आश्रयगृह के रूप में किया?

  1. आजीविकों ने
  2. थारूओं ने
  3. जैनों ने
  4. तांत्रिकों ने

उत्तर- 1

मौर्य युग में पर्वत गुफाओं को काटकर निवास स्थान बनाने की कला का पूर्ण विकास हुआ। अशोक तथा उसके पौत्र दशरथ के समय में बराबर तथा नागार्जुनी पहाड़ियों को काटकर आजीविकों के लिए आवास बनाए गए थे। अशोक के समय बराबर पहाड़ी की गुफाओं में ‘सुदामा की गुफा’ तथा ‘कर्ण चौपड़’ नामक गुफा सर्वप्रसिद्ध हैं।

20.निम्नलिखित में से कौन-सा एक कथन सही नहीं है?

  1. श्रवणबेलगोला स्थित गोमतेश्वर की प्रतिमा जैनियों के अंतिम तीर्थंकर को दर्शाती है।
  2. भारत का सबसे बड़ा बौद्ध मठ अरुणाचल प्रदेश में है।
  3. खजुराहो के मंदिर चंदेल राजाओं द्वारा बनवाए गए।
  4. होयसलेश्वर मंदिर शिव को समर्पित है।

उत्तर- 1

श्रवणबेलगोला कर्नाटक राज्य में स्थित है। यहां गंग शासक रचमल्ल | चतुर्थ (पंचमल्ल) के शासनकाल में चामुंडराय नामक मंत्री ने लगभग 981 ई. में बाहुबली (गोमतेश्वर) की विशालकाय (57 फीट ऊंची) जैन मूर्ति का निर्माण कराया। बाहुबली प्रथम जैन तीर्थंकर ऋषभदेव के पुत्र माने जाते हैं। अन्य तीनों कथन सही हैं।

UPSCSITE के साथ “प्राचीन भारत का इतिहास” Jainism MCQ [20+ Ques] : जैन धर्म प्रश्नोत्तरी की मदद से, सभी छात्र जो विभिन्न प्रतियोगी या प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, वे आसानी से हमारी वेबसाइट तैयारी और अभ्यास कर सकते हैं। IBPS, RRB, SSC CGL, GRI, SSC CHSL, SSC MTS, CET, BANKING SECTOR, IT Company Recruitment Round, UPSC, State PCS, SSC, SSSC, University Entrance Exam, CDS, NDS, जैसे कई प्रतियोगी परीक्षाएं विभिन्न सरकारों के साथ-साथ निजी संगठनों द्वारा अन्य परीक्षाओं के लिए भारतीय इतिहास पर प्रश्न शामिल हैं।

Important Links

UPSC Doubt DiscussionClick Here
WhatsApp GroupClick Here
Join Telegram ChannelClick Here
Subscribe Youtube ChannelClick Here
Jainism MCQ [20+ Ques] : जैन धर्म प्रश्नोत्तरी

सामान्य ज्ञान भारतीय इतिहास Jainism MCQ [20+ Ques] : जैन धर्म प्रश्नोत्तरी में प्रश्नोत्तरी के रूप में सामान्य ज्ञान और सामान्य जागरूकता प्रश्न और उत्तर की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। ये भारतीय इतिहास मॉक टेस्ट उन सभी विषयों को कवर करते हैं जो सभी छात्रों के लिए किसी भी प्रतियोगी परीक्षा के लिए उपयोगी हो सकते हैं।

For getting all UPSCSITE, subject wise mcq series, & government job notification visit our website regularly. Type always google search upscsite.in

1 thought on “Jainism MCQ [20+ Ques] : जैन धर्म प्रश्नोत्तरी | UPSCSITE”

Leave a Comment