Mughal Administration Quiz 2024: मुगलकालीन प्रशासन प्रश्नोत्तरी | UPSCSITE

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नमस्कार दोस्तों, UPSC SITE आपके लिए लेकर आया है “मध्यकालीन भारत का इतिहास” Mughal Administration Quiz 2024: मुगलकालीन प्रशासन प्रश्नोत्तरी – Objective Question Answer, जिनकी प्रैक्टिस आप ऑनलाइन कर सकते है। हमारे संग्रह टेस्ट्स को प्रैक्टिस करने के बाद आपको अपनी तैयारी में अंतर समझ आने लग जायेगा। क्यूंकि हमने यहां पर केवल उन्ही प्रश्नो को सम्मिलित किया है जो किसी न किसी परीक्षा में पहले पूछे जा चुके है। लगभग भारत की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न बार – बार दोहराये जाते रहें है।

Mughal Administration Quiz 2024: औरंगजेब प्रश्नोत्तरी

1.मुगल प्रशासन के दौरान जिले को किस नाम से जाना जाता था? Uttarakhand PCS (Pre) 2004

  1. अहर
  2. विश्यास
  3. सूबा
  4. सरकार

उत्तर – 4

मुगल प्रशासन के दौरान जिले को सरकार के नाम से जाना जाता था। शासन की सुविधा के लिए प्रत्येक सूबा (प्रांत) कई सरकारों (जिलों) में बंटा होता था। सरकार को पुनः परगना या महल में विभाजित किया गया था।

2. मुगलकाल में सेना का प्रधान निम्न में से कौन था? UPPCS (Pre) 1992

  1. शहना-ए-पील
  2. मीर बख्शी
  3. वजीर
  4. सवाहेनिगार

उत्तर – 2

मुगलकाल में मीर बख्शी सैन्य विभाग का प्रधान था। उच्चाधिकारियों सहित सभी श्रेणियों के मनसबदारों की नियुक्ति के आदेश उसी के द्वारा दिए जाते थे। घोड़ों को दागने और सिपाहियों का मुआयना करने का काम भी उसी के जिम्मे था।

3. मुगल शासन में मीर बख्शी का कर्तव्य था: UPPCS (Spl) Pre 2004

  1. किसानों से टैक्स वसूल करना
  2. आय-व्यय का लेखा रखना
  3. न्याय देना
  4. भू-राजस्व अधिकारियों का पर्यवेक्षण

उत्तर – 4

मुगल शासन में मीर बख्शी भू-राजस्व अधिकारियों का पर्यवेक्षण करता था। तथा साथ ही सैन्य विभाग के वेतन के लिए भी उत्तरदायी था। सर जदुनाथ सरकार ने मीर बख्शी को ‘वेतनाधिकारी’ (Pay Master) कहा है। किंतु वेतनाधिकारी का कार्य मीर बख्शी का नियमित एवं स्थायी कार्य नहीं था। वेतनाधिकारी का कार्य ‘दीवान-ए-तन’ करता था।

4. निम्नलिखित में से किसे मुगल सेना में चिकित्सक नियुक्त किया गया था ? UPPCS (Spl) (Mains) 2008

  1. बर्नियर को
  2. करेरी को
  3. मनूची को
  4. टैवर्नियर को

उत्तर – 3

निकोलो मनूची को मुगल सेना में चिकित्सक नियुक्त किया गया था। वह एक इतालवी यात्री था। इसने भारत आकर दारा शिकोह की सेना में तोपची के रूप में नौकरी की। 1659 ई. में दारा शिकोह की मृत्यु के बाद इसने चिकित्सक का पेशा अपना लिया।

5. मुगल प्रशासन में ‘मुहतसिब’ था- 47th B.P.S.C. (Pre) 2005

  1. सेना अधिकारी 
  2. विदेश विभाग का मुख्य
  3. लोक आचरण अधिकारी
  4. पत्र-व्यवहार विभाग का अधिकारी

उत्तर – 3

मुगल प्रशासन में मुहतसिब जन आचरण के निरीक्षण विभाग का प्रधान था। उसका कार्य सार्वजनिक आचरण को उच्च बनाए रखना था। आचरण को शुद्ध बनाए रखने के लिए अकबर ने नगरों में मदिरा की बिक्री तथा वेश्याओं का निवास निषिद्ध घोषित कर दिया था।

6. मुगल भारत के संदर्भ में, जागीरदार और जमींदार के बीच क्या अंतर है/हैं? IAS (Pre) 2019

  1. जागीरदारों के पास न्यायिक और पुलिस दायित्वों के एवज में भूमि आवंटनों का अधिकार होता था, जबकि जमींदारों के पास राजस्व अधिकार होते थे तथा उन पर राजस्व उगाही को छोड़कर अन्य कोई दायित्व पूरा करने की बाध्यता नहीं होती थी।
  2. जागीरदारों को किए गए भूमि आबंटन वंशानुगत होते थे और जमींदारों के राजस्व अधिकार वंशानुगत नहीं होते थे। 

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

  1. केवल 1
  2. केवल 2
  3. 1 और 2 दोनों
  4. न तो 1, न ही 2

उत्तर – 4

मुगल प्रशासनिक प्रणाली में मनसबदार सैन्य और प्रशासनिक अधिकारी होता था। मनसबदार को सैन्य और प्रशासनिक व्यय तथा वेतन के बदले नकद या जागीर के रूप में भुगतान होता था। जिन मनसबदारों को जागीर प्राप्त होती थी, वे ‘जागीरदार कहलाते थे। इन्हें न्यायिक और पुलिस दायित्वों के एवज़ में भूमि आबंटन अधिकार प्राप्त होते थे, तथापि इनके भूमि अधिकार केवल सेवाकाल तक ही रहते थे। इसके विपरीत जमींदार पहले से चले आ रहे बड़े भू-धारक होते थे। इनका कार्य अपने प्रभाव क्षेत्र से भू-राजस्व संग्रह कर राज्य को देना होता था, जिसके बदले उन्हें लगभग 10-11 प्रतिशत (कतिपय क्षेत्रों में यह 25 प्रतिशत तक था) संग्रह

7. मुगल सम्राट जिसने तंबाकू के प्रयोग पर निषेध लगाया था-  Jharkhand PCS (Pre) 2013

  1. अकबर
  2. बाबर
  3. जहांगीर
  4. औरंगजेब

उत्तर – 3

पुर्तगालियों द्वारा 1605 ई. में तंबाकू भारत लाया गया, इसके बाद ही तंबाकू भारत के जनसामान्य में बहुत लोकप्रिय हो गया। कुछ ही वर्षों में तंबाकू पीने की आदत लोगों में इतनी अधिक प्रचलित हो गई कि इस नुकसानदेह आदत से बचने के लिए 1617 ई. में जहांगीर को निषेध जारी करना पड़ा।

8. मुगल प्रशासन में ‘मदद-ए-माश’ इंगित करता है- 46th B.P.S.C. (Pre) 2003

  1. चुंगी कर (Toll Tax)
  2. विद्वानों को दी जाने वाली राजस्व मुक्त अनुदत्त भूमि
  3. सैन्य अधिकारियों को दी जाने वाली पेंशन
  4. बुवाई कर (Cultivation Tax)

उत्तर – 2

मुगल प्रशासन में विद्वानों एवं धार्मिक लोगों को दी जाने वाली राजस्व मुक्त अनुदान भूमि को ‘मदद-ए-माश’ कहा जाता था। इसे ‘सयूरगल’ भी कहा। जाता था। दान दी जाने वाली समस्त भूमि का निरीक्षण सद्र करता था तथा सद्र का यह भी दायित्व था कि इन अनुदानों का दुरुपयोग न होने पाए। यह भूमि स्थानांतरित नहीं होती थी और अनुदान ग्राही के पास वंशानुगत रूप से रहती थी।

9. मध्यकालीन भारत के ऐतिहासिक स्रोतों में चकला शब्द का प्रयोग हुआ है। यह- U.P.P.C.S. (Pre) 2018

  1. परगना के समानार्थी था।
  2. सरकार के समानार्थी था।
  3. सूबा और परगना के बीच की क्षेत्रीय इकाई था, लेकिन सरकार के समानार्थी नहीं था।
  4. उपर्लिखित में से कोई भी नहीं।

उत्तर – 3

मुगल काल में प्रशासन की सुविधा की दृष्टि से प्रत्येक प्रांत को अनेक सरकारों अथवा जिलों में विभाजित किया गया था। प्रत्येक सरकार अनेक परगनों में विभाजित था। प्रत्येक परगने के अंतर्गत अनेक गांव होते थे। शाहजहां के काल में कुछ परगनों को एक में मिलाकर एक नई इकाई ‘चकला’ का संगठन किया गया।

10. मनसबदारी व्यवस्था के संदर्भ में, कौन-सा कथन सही है/हैं? U.P.P.C.S. (Pre) 2019

  1. मनसबदारी व्यवस्था राज्य के कुलीन वर्ग से संबंधित थी, जिसे अकबर ने प्रारंभ किया।
  2. मनसबदारी का पद पैतृक था।

नीचे दिए गए कूटों से सही उत्तर चुनिए:

  1. केवल 1
  2. 1 और 2 दोनों
  3. केवल 2
  4. न तो 1 और न ही 2

उत्तर – 1

मुगल काल में मनसबदारी पद्धति की शुरुआत अकबर के काल में उसके शासन के 11वें वर्ष (1567) से मानी जाती है, जिसमें जात और सवार पद का विभाजन 1595-96 ई. से किया जाने लगा था। मनसब मुगल नौकरशाही में पद और वरीयता क्रम निर्धारित करता था। यह प्रशासनिक और सैन्य पद था। मनसबदारों की नियुक्ति और उनका वरीयता क्रम बादशाह निर्धारित करता था तथा केवल सेवाकाल तक ही यह पद रहता था। अर्थात यह वंशानुगत (पैतृक) पद नहीं था।

11. कथन (A): मुगलकाल में मनसबदारी प्रथा विद्यमान थी।

कारण (R) : मनसबदारों का चयन योग्यता के आधार पर होता था। Chhattisgarh PCS (Pre) 2008

  1. कथन और कारण दोनों सही हैं तथा कारण कथन को स्पष्ट करता है।
  2. कथन और कारण दोनों सही हैं, परंतु कारण कथन को स्पष्ट नहीं करता है।
  3. कथन सही है, परंतु कारण गलत है।
  4. कथन गलत है, परंतु कारण सही है।

उत्तर – 2

मनसबदारी व्यवस्था मुगल प्रशासनिक व्यवस्था का मूलाधार थी, अकबर के शासनकाल के 11वें वर्ष में पहली बार मनसब प्रदान किए जाने का साक्ष्य मिलता है। मुख्यतः मनसबदारों के चयन में योग्यता ही मानदंड होती थी। इस प्रकार कथन और कारण दोनों सही हैं परंतु कारण, कथन को स्पष्ट नहीं करता है।

12. निम्न में दिए गए कथन (A) एवं (B) के व्याख्यान को पढ़ें और निम्न के कूट में से सही उत्तर का चयन करें- RAS/RTS (Pre) 2013

A. सभी मनसबदार सेना के पदाधिकारी नहीं होते थे।

B. मुगल शासन के अधीन उच्च पदाधिकारी भी मनसबदार होते थे, और उनका वर्गीकरण होता था।

  1. (A) एवं (B) दोनों ही गलत हैं। 
  2. (A) एवं (B) दोनों ही सही हैं।
  3. (A) सही है जबकि (B) गलत है। 
  4. (A) गलत है जबकि (B) सही है।

उत्तर – 2

मनसबदारी व्यवस्था को अकबर ने अपने शासनकाल में प्रारंभ किया था। सैन्य अधिकारियों के साथ-साथ असैनिक अधिकारियों को भी मनसब प्रदान किया जाता था। अबुल फजल के ‘आइने-ए-अकबरी’ से ज्ञात होता है कि मनसबदारों की 66 श्रेणियां थीं। यह श्रेणियां 10 से लेकर 10 हजार तक होती थीं, परंतु इस व्यवस्था के अंतर्गत केवल 33 श्रेणियां प्रचलित थीं।

13.निम्नलिखित राजाओं में से किसने रामसीता की आकृतियों और ‘रामसीय’ देवनागरी लेख से युक्त कुछ सिक्के चलाए? UPPCS (Mains) 2011

  1. भोज
  2. सिद्धराज जयसिंह
  3. जैन उल आबिदीन
  4. अकबर

उत्तर – 4

अकबर द्वारा रामसीता की आकृतियों और रामसिया /रामसीय देवनागरी लेख से युक्त सिक्के चलाए गए थे।

14. मध्यकाल में बंटाई शब्द का अर्थ था- 48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008

  1. धार्मिक कर
  2. लगान निर्धारण का तरीका
  3. धन कर
  4. संपत्ति कर 

उत्तर – 2

मध्यकाल में बंटाई शब्द का तात्पर्य लगान निर्धारण की एक पद्धति थी, जिसमें वास्तविक उपज का बंटवारा राज्य और कृषक के बीच होता था। शेरशाह सूरी ने लगान निर्धारण के लिए तीन प्रणालियां अपनाई थीं- (1) नश्क या मुक्ताई अथवा कनकूत, (2) नकदी अथवा जब्ती तथा (3) गल्ला बख्शी या बंटाई।

15. अकबर के शासनकाल में दक्कन में निम्न पद्धतियों में से कौन-सा भू-राजस्व वसूली का प्रचलित आधार था? UPPCS (Pre) 2017

  1. कनकूट
  2. हल की संख्या
  3. जब्त
  4. गल्लाबख्शी

उत्तर – 2

जे.एन. सरकार की ‘औरंगजेब का इतिहास’ में पृष्ठ संख्या 190 पर यह उल्लेख किया गया है कि अकबर के शासनकाल में उत्तर भारत में दीवान टोडरमल द्वारा भू-राजस्व वसूली की व्यवस्थित पद्धति स्थापित की गई थी, लेकिन दक्कन में इस प्रकार की व्यवस्थित पद्धति का अभाव था। इस दौरान दक्कन के किसान प्रति हल (हल की संख्या) के आधार पर राज्य को भू-राजस्व का भुगतान करते थे।

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Mughal Administration Quiz 2024

सामान्य ज्ञान Mughal Administration Quiz 2024: मुगलकालीन प्रशासन प्रश्नोत्तरी के रूप में सामान्य ज्ञान और सामान्य जागरूकता प्रश्न और उत्तर की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। ये भारतीय इतिहास मॉक टेस्ट उन सभी विषयों को कवर करते हैं जो सभी छात्रों के लिए किसी भी प्रतियोगी परीक्षा के लिए उपयोगी हो सकते हैं।

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